में उस फिरके से हूं जहां पर ये सिखाया जाता है कि एक मुसलमान का खून दूसरे मुसलमान के लिए हराम है!
में उस फिरके से हूं जहाँ बताया जाता है कि नमाज़ छोड़ना हराम है और नमाज़ की दावत देना सवाब है!
में उस फिरके से हूं जहां बताया जाता है कि तुम्हारी वजह से अगर तुम्हारा पड़ोसी दुखी है तो तुम्हारे लिए वो अमल दोजअख़ वाला है!
में उस फिरके से हूं जहाँ बताया जाता है भूखे को रोटी खिलाना चाहिए मदद करते वक़्त उसका दीन धर्म या फिरका, या उसकी जात नहीं पूछनी चाहिए!
जहां बताया जाता है जकात फर्ज़ है, नमाज़ फर्ज़ है, रोज़े फर्ज़ है,
जहां बताया जाता है कि अगर हमारी वजह से एक मोमिन का दिल दुख गया तो वो बहुत बड़ा गुनाह है!
जहां बताया जाता है बीमार की तीमारदारी करो जरूरत मंदो की जरूरत पूरी करो
जहां बताया जाता है कि आप नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के सदके में ये दुनिया सजी है और आपकी सारी सुन्नत पर अमल करना है अपने साथ साथ दूसरो को भी इस्लाह करनी है!
हाँ में इस फिरके से हूं अब इस फिरके को अपने हिसाब से नाम दे सकते हो जो भी देना है में तो इसी फिरके से हूं 🙏🙏🙏🙏
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